बिहार का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल डीएमसीएच के ओपीडी के पास स्थित एक दवा दुकान के मालिक से विवाद होने पर 11 मार्च को देर रात तक दरभंगा मेडिकल कॉलेज के पीजी और यूजी छात्रों ने जमकर बवाल मचाया।
छात्र इस तरह लड़ने को उतारू हो गए, इसका अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए की तीन दुकानों को आग के हवाले कर दिया। छात्र यहीं तक नहीं रुके, उन्होंने एक कार के साथ दो बाइक को भी आग के हवाले कर दिया।
छात्रों की इस हरकत पर स्थानीय निवासी आग बबूला हो गए और उन्होंने छात्रों पर पथराव किया दोनों तरफ से पथराव होने लगा। उसके बाद बेंता ओपी की पुलिस वहां पर पहुंची लेकिन कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बताया यह भी जा रहा है कि फायरिंग और बम की आवाज भी सुनाई दी थी।
पुलिस ने इस हिंसा को रोकने की कोशिश की लेकिन मामला ज्यादा ही गंभीर होते जा रहा था जिस कारण पुलिस अधिकारी ने अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ सहित कई स्थानों की पुलिस उस जगह पहुंची है ही नहीं दंगा नियंत्रण बल्कि टीम साथ में थी।
कई जगह दुकाने जलने के कारण फायर बिग्रेड की गाड़ी को बुलाया गया। फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने की कोशिश कर रही थी। तभी एक रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया जिससे फायर बिग्रेड कर्मी घायल हो गया। यह खबर बिहार में सुर्खियां बना हुआ है सभी जगह इसकी चर्चा हो रही है अब देखना यह होगा कि पुलिस आगे कैसा एक्शन लेती हैं।
हुआ यूं कि मेडिकल के छात्र किराने की दुकान से नूडल्स खरीदने गए लेकिन दुकानदार मौजूद नहीं था इसीलिए उन्होंने कर्मचारियों से पास के मेडिकल दुकान में जाने के लिए कहा छातिश पर गुस्से हो गए और बसवारी शुरू कर दे बस इतनी बड़ी कि देखते देखते पूरा इलाका रन क्षेत्र में तब्दील हो गया छात्रों ने फोन करके कई अन्य साथियों को बुलाया स्थानीय निवासी आक्रोशित हो गए और उन्होंने छात्रों को पत्थरबाजी शुरू कर दी दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई, जिसमें 12 लोग घायल हो गए।