आपको यह जानकर दुखद होगा कि 100 से ज्यादा इन्वेस्टर कैनवा(Canva) कंपनी में निवेश करना ही नहीं चाहते थे. हालांकि, कैनवा की फाउंडर Melanie Perkins चुनौतियों को स्वीकार करके अपने बॉयफ्रेंड के साथ ही 6 billion-dollar की कंपनी खड़ी कर दी. आज के इस आर्टिकल में आपको जानने को मिलेगा कि कैसे कम उम्र में मेलानी पर्किन्स ने बिलियन डॉलर की कंपनी खड़ी कर दी.
मेलानी पर्किन्स बायोग्राफी। Melanie Perkins Biography
Melanie Perkins का जन्म ऑस्ट्रेलिया में 1987 मैं हुआ था. छोटी उम्र से ही उनको डिजाइनिंग में बहुत इंटरेस्ट था. परंतु जिस मार्केट में Adobe जैसी बड़ी कंपनी ने अपना झंडा गाड़ दिया था. वहां कैनवा की फाउंडर मेलानी को ना बिजनेस का एक्सपीरियंस था और ना ही टेक्नोलॉजी का, फिर भी उन्होंने ऐसे कठिन परिस्थिति में अपने बॉयफ्रेंड के संग उन्होंने 6 बिलीयन डॉलर की कंपनी खड़ी कर दी.
मेलानी 14 साल की उम्र में ही हैंडमेड टॉयज(Handmade Toys) बनाती थी और वह मार्केट में सेल (Sale) करती थी. उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया ज्वाइन किया. इन शुरुआती महीनों में एडोब फोटोशॉप(Adobe Photoshop) और उनके विभिन्न सॉफ्टवेयर स्वयं सीखी. डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर यह सब में बहुत रुचि थी. उन्होंने विश्वविद्यालय के शुरुआती महीनों में इतना अच्छा डिजाइन सीख लिया था. मेलानी पर्किन्स शुरू से ही आर्ट एंड डिजाइनिंग फील्ड में बहुत इंटरेस्ट रखती थी.
उनका शुरुवाती सफर काफी संघर्षशील रहा
उन्होंने शुरुआती दिनों में जब सॉफ्टवेयर सीखा तब उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा (जैसे कि सॉफ्टवेयर बहुत कॉम्प्लिकेटेड था बिना टीचर के वह सॉफ्टवेयर सीखना इंपॉसिबल था) और कुछ ही समय बाद उन्होंने वह सॉफ्टवेयर स्टूडेंट्स को सिखाना चालू किया. जब वे स्टूडेंट्स को सॉफ्टवेयर सिखाती थी तो उन्हें यह लगा कि यह बहुत कॉम्प्लिकेटेड है, छोटे बच्चे के लिए. तब उनको एक विचार आया कि ग्राफिक डिजाइनिंग की एक ऐसी वेबसाइट हो, जिससे छोटे बच्चे भी आसानी से पोस्टर और डिजाइन बना सके.
मेलानी शुरुआती दिनों में छोटे लेवल पर काम करने पर फोकस किया, जिससे उन्हें एक आईडिया हो जाएगा कि हम इस आईडिया पर सक्सेस पा सकते हैं कि नहीं. उनका पहला स्टेप था स्कूल के बुक को डिजाइन करना और उसके बदले में कुछ फीस चार्ज करना. हम सबके लाइफ में हर दिन नई चुनौतियां और कठिनाइयां आती है और हमें चुनौतियों का डटकर सामना करना चाहिए, जैसा मेलानी ने किया. आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने अपना लास्ट सेमेस्टर कंप्लीट तक नहीं किया और अपने आइडिया को इंप्लीमेंट करने के लिए बहुत मेहनत किया.
मेलानी और उसका बॉयफ्रेंड दोनों एक साथ घर पर वर्क करते थे. Melina perkins के बॉयफ्रेंड स्कूलों में इंक्वायरी करके अपने सर्विस सेल करने की कोशिश करते थे. हालांकि, ज्यादा रिसोर्सेस ना होने के बावजूद वह दोनों स्वयं सब काम अपने में बांट लेते थे. उनकी मेहनत की वजह से उन्होंने 300 से 400 स्कूलों में अपना सर्विस प्रोवाइड किया. परंतु कैनवा की फाउंडर का सपना था कि कोई भी डिजाइन बहुत ही आसानी से कर सके पर कैनवा जैसी वेबसाइट बिल्ड करने के लिए एक को फाउंडर और फंडिंग की बहुत आवश्यकता थी
मेलानी पर्किन्स को कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा
आज की यंग जनरेशन मैं बहुत टैलेंट है और वह चाहते हैं कि उनका एक स्टार्टअप और बिजनेस हो परंतु उन्हें यह डर रहता है की हमारे स्टार्टअप आइडिया में इन्वेस्ट कौन करेगा. और इस कारणवश कितने यंग जनरेशन फाउंडर्स पहले ही हार चुके होते हैं. जैसे कैनवा की फाउंडर को सौ बार से ज्यादा रिजेक्ट होना पड़ा फंडिंग के लिए. उसी कारण से आपके लाइफ में भी कठिन आया और चैलेंजेस आएंगे. यदि आपको अपने आइडिया और अपने पर विश्वास है तब आप एक दिन जरुर सफल होंगे जैसे मेलानी पर्किंस आज बहुत सफल है. कैनवा की फाउंडर बहुत ही शांत किस्म की लड़की थी पर उनको कैनवा को एक अच्छा ब्रांड बनाना था, इसी चलते उन्होंने लोगों के साथ नेटवर्किंग करना शुरू कर दिया जिससे उनको नॉलेज भी मिले और फंड भी मिल जाए. उनका विजन फिक्स था इसीलिए वह किसी भी हद तक जा सकती थी तो कुछ ही समय बाद वह इन्वेस्टर के साथ मीटिंग करना शुरू कर दी हर बार उन्हें रिजेक्शन मिलता था पर वह कभी हार नहीं मानी और अपने काम में रेगुलरली वर्क करते रही. उन्हें बहुत इन्वेस्टर से रिजेक्शन का सामना करना पड़ा, इस कारण से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला और वह हर बार अच्छे से प्रीपेड होकर जाती थी पहले के मुकाबले फिर एक दिन उन्हें सिलिकॉन वैली के इन्वेस्टर मिले Bill Tai. Bill Tai एक कॉन्फ्रेंस में कैनवा की फाउंडर से मिले पर Bill Tai ने उन्हें बोला कि आप सैन फ्रांसिस्को में आओगे तभी हम पूरा आइडिया डिस्कस करेंगे. कैनवा की फाउंडर के लिए यह लाइफ चेंजिंग मूवमेंट था कैनवा की फाउंडर का सिलिकॉन वैली में 2 हफ्ते का Meeting था. पर यह कॉन्फ्रेंस एंड मीटिंग 3 महीने में कन्वर्ट हो गया वहां पर कैनवा की फाउंडर ने बहुत इनवर्टर के साथ मिली पर उनको रिजेक्शन का ही सामना करना पड़ा. इसी बीच उनकी मुलाकात Caremom Adoms से हुई जो कि गूगल में work करते थे Caremon Adoms को टेक्नोलॉजी की बहुत अच्छी नॉलेज थी फिर कैनवा की फाउंडर ने Caremon Adams के साथ अपना आइडिया डिस्कस किया Caremon Adams को भी उनका आईडिया बहुत ही अच्छा लगा फाइनली इतना स्ट्रगल्स के बाद उनको एक Tech Co-Founder मिल गया. फाइनली 3 साल बाद 100 से ज्यादा रिजेक्शन के बाद उन्हें फंडिंग मिल गई अब उनका मेन मकसद था कि हम कैनवा को पूरे वर्ल्ड में कैसे Scale-Up करें.
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