कहा जाता है, इंसान कुछ भी कर ले लेकिन अपने भाग्य को नहीं बदल सकता, परंतु मेहनत करके अपने भविष्य को बदल सकता है. यह बात एकदम डैनी पार्कर पर लागू होती है, जिनके जीवन में कई बुरी परिस्थितियां आई लेकिन घबराए नहीं और अंत में उन्होंने मेहनत करके सबको चौंका दिया.

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Image source: hindustan |
दरअसल, अमेरिका का एक डैनी पार्कर नाम का व्यक्ति पिछले कई सालों से रेसिंग कार चला रहा था, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. वर्ष 2012 में एक रेसिंग दुर्घटना में पार्कर की आंखों की रोशनी चली गई, लेकिन उसके बावजूद भी गाड़ी चलाने का अभ्यास जारी रखा और उनकी मेहनत का फल वर्ष 2022 में मिला. पार्कर को 31 मार्च 2012 में आंखों की रोशनी खो दी थी. उसके ठीक 10 साल बाद 30 मार्च 2022 को गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज किया. उन्होंने गिनीज बुक में नाम दर्ज करने के लिए 330.64 किलोमीटर घंटा की रफ्तार से कस्टमाइज्ड कार को चलाया. हालांकि, ऐसा कारनामा कई लोगों ने किया था लेकिन पार्कर ने ‘फास्टेस्ट स्पीड फॉर कार ड्राइविंग ब्लाइंडफोल्डेड’ में यह उपलब्धि हासिल की, जो अब तक किसी ब्लाइंड पुरुष ने यह कारनामा नहीं किया था.
पार्कर ने मीडिया से बातचीत में कहा – ” हमने ना सिर्फ ये करके दिखाया कि नेत्रहीन लोग भी सावधानी से गाड़ी चला सकते हैं, बल्कि वो 200 मील प्रति घंटे की रफ्तार से भी गाड़ी चला सकते हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि “मुझे उम्मीद है कि दुनियाभर के नेत्रहीन लोग इससे प्रेरणा लेंगे और दुनिया ये देखेगी कि टेकनोलॉजी की मदद से नेत्रहीन लोग भी गाड़ी चला सकते हैं, ताकि रोजमर्रा की गतिशीलता और उससे आगे की बाधाओं को तोड़ने में मदद मिल सके”
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