गियर हेड मोटर्स(Gear Head Motors) एक ऐसी ब्रांड है, जो इलेक्ट्रिक बाई–साइकिल एंड ट्राई–साइकिल बनाती है और वह भी सिर्फ ₹24000 में. एक सिंगल चार्जेस में यह 60 किलोमीटर तक चल सकती है. शॉर्ट डिस्टेंस ट्रैवल करने के लिए यह एक अच्छी चीज है.

कंपनी के फाउंडर निखिल ने जजेस से कहा, Sharks हमारे विजन यह है कि आज के जमाने में जैसे हर घर में स्मार्टफोन और बोट का इयरफोन है हमारी गाड़ी भी घर-घर तक पहुंचाने के लिए हमारा ask है, 75 लाख रुपए 2% इक्विटी के लिए यानी कंपनी का valuation 37.5 करोड़ पर.
पियूष बंसल ने सवाल किया, कैसे bi–cycle का सिलसिला शुरू हुआ?
जवाब– मैंने इंजीनियरिंग ज्वाइन किया लड़की तो नहीं थी तो मोटिवेशन था तो इसलिए कैंटीन में बैठता था कैंटीन का खाना भी अच्छा नहीं था तो इसलिए खुद का एक कॉफी शॉप शुरू कर दिया. कॉलेज वालों ने बोला– तू इधर पढ़ने आया है, बिजनेस करने नहीं, तुम कॉफी शॉप बंद कर. उस कॉलेज वाले को कॉफी शॉप 75000 में बेच दिया. कॉफी शॉप में बहुत सारी इंजीनियरिंग बच्चे आ रहे थे तो क्राउड फूल हो रहा था इसलिए हमने एक सीएसी बंदे से कहा तो कुछ कर सकता है इधर उन्होंने बोला कि वर्कआउट लगाएगा तू टी आर्डर कर सकता है.
उसके बाद मैंने एक ऐप चला दी कॉफी शॉप बंद हुआ वहीं qr-code मेरे स्टंट में लगाना शुरू कर दिया और नया कंपनी फाउंडर बन गया और स्टार्टअप कर दिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर लिया 6 महीने में. 6 महीने में 300 से ज्यादा रेस्टोरेंट्स थे. जब यह कर रहे थे, लोकल u.s. कंपनी ने अप्रोच किया हमको और इस कंपनी को हमने दो करोड़ में बेच दिया. 19 साल की उम्र में मेरे पास ₹2 करोड़ आ गए.
पियूष का एक और सवाल– tri–cycle का बिजनेस कैसे शुरू किया?
वास्तव में हमने बाई साइकिल का बिजनेस शुरू किया था फिर हमारे पास एक विकलांग व्यक्ति आता है बोलता है भाई तू मेरे पास यह कर सकता है क्या? बोला–चैलेंज ले लिया. उसको ट्राई साइकिल दे दिया. 1 महीने के बाद, वापस कॉल करके वह व्यक्ति बोलता है. भाई, मैंने उस ईयर में सनराइज नहीं देखा, तेरी साइकिल की वजह से हर सुबह मिल्क पैकेट,न्यूज़पेपर डाल रहा हूं और ₹300 दिन का कमा रहा हूं. इस तरह से 1500 ट्राई साइकिल हमने सरकार को बेच दिया.
Gear head motors से पहले ऑटो की कंपनी थी
गियर हेड मोटर्स(Gear Head Motors) के फाउंडर निखिल बताते हैं कि वाह भाई साइकिल और टाइट साइकिल से पहले ऑटो कंपनी चलाते थे परंतु कैपिटल की वजह से उन्हें या बिजनेस बंद करना पड़ा. उसके बाद उन्होंने गियर हेड मोटर्स की शुरुवात की. आइए जानते है, उनकी कहानी उन्हीं की जुबानी.
उन्होंने कहा, “जब इलेक्ट्रिक स्कूटी आना शुरू हुआ, मार्केट में. जब ब्रांडेड कंपनी 1 लाख, डेढ़ लाख बेच रहे थे 50000 में 40000 में. खरीदने वाले जो बाइक्स पैशन प्रो और स्कूटी, वह मार्केट अधूरा पड़ जाता था. हम स्पेसिफिक मार्केट को टारगेट कर रहे थे क्योंकि हमने ओमनी नैनो बनाया पर उसमें बहुत सारे पैसे लग रहे थे. ओमनी को हमने कन्वर्ट किया इलैक्टिक में, इंजन उठा लिया इलेक्ट्रिक इंजन डाल दिया. बैटरी लगा दिया सब कुछ कर दिया तब हमारे पास इतने पैसे नहीं थे और ऑटो ओमनी तो चल नहीं पाई और बहुत पैसे लगेंगे इसलिए फिर साइकिल करना शुरू किया.”
कंपनी नाम | gear head motors |
फाउंडर | Sai meher krishna & Gunda nikhil |
फाउंडेड | 2017 |
Asked for | 75 लाख 2% इक्विटी के लिए Valuation – 37.5 करोड़ |
फाइनल डील | 1 करोड़ 6.67% इक्विटी के लिए Valuation – 15 करोड़ |
Counter offer | 1 करोड़ 3% इक्विटी के लिए Valuation – 33.3 करोड़ |
Sharks | पियूष बंसल और अमन गुप्ता |
Air date | 5 जनवरी 2023 |
शार्क टैंक इंडिया एपिसोड | 5वाँ एपिसोड |
कैटेगरी | ई–बाइक |
हेडक्वार्टर | हैदराबाद |
वेबसाइट | Visit now |
Gear Head motors में sharks ने लगाया पैसा
गियर हेड मोटर्स(Gear Head Motors) कंपनी में सभी शार्क्स इंटरेस्टेड थे परंतु निखिल की कुछ बातों से वह इंप्रेस नहीं हुए और उन्हें थोड़ा शंका हो रहा था जिस कारण से नमिता थापर , विनीता सिंह और अनुपम मित्तल बाहर हो गए. उसके बाद लेंसकार्ट के को फाउंडर पियूष बंसल थोड़ा दिलचस्पी दिखाएं. इसी के साथ अमन गुप्ता भी निवेश की सोचे. दोनों ने गियर हेड मोटर्स में पैसा निवेश किया. उन्होंने 1 करोड़ 7.5 इक्विटी के लिए यानी वैल्यूएशन 7.5 करोड़ पर. दोनों शार्क 50–50 लाख निवेश करने का ऑफर दिया. परंतु गियर हेड मोटर्स(Gear Head Motors) के फाउंडर ने एक काउंटर ऑफर दिया 1 करोड़ 3% इक्विटी पर यानी वैल्यूएशन 33.3 करोड़ पर. अंत में 1 करोड़ 6.67% पर डील पक्की होती है यानी 15 करोड़ वैल्यूएशन पर.
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