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Shark tank india 2: शार्क्स खिलौने से क्यों खेलने लगे, देखे video

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शो में फाउंडर जजेस के सामने अपने बिजनेस को पिच करती है– “शार्क्स, हमारा बचपन का समय था बड़ा सुहाना तरसतरा के खेल थे, हमारे पास था उनका खजाना. इनसे हमें काफी कुछ सीख मिलती थी जैसे पानी में चलने वाली नाव थी, वह हमें साइंस के प्रिंसिपल सिखाती थी. क्लासिक गेम जैसे कि pachisi chauka bara और नवाकनकारी हमें बड़ा कुछ सिखाती थी जैसे लॉजिक बिल्डिंग, strategy डेवलपमेंट और सोशल स्किल्स. पर अगर आप आज के बच्चे देखे तो उनका मनोरंजन काफी हद तक गैजेट में बिताता हैं. उनके स्किल्स अफेक्ट हो रहे हैं. यही, उनकी स्किल्स डेवलप करने के लिए और क्लासिक टॉयज को रिवाइव करने के लिए हमने launched किया Desi toys.”

Desi toys kya hai। देसी टॉयज क्या है ?

desi toys एक इंडियन टॉय ब्रांड है, जोया टाइम लेस कलेक्शन वापस ला रहा है. और उसमें दे रहा है इंडियन टच. हमारे पास है दशअवतार सांप–सीढ़ी, mahabharat पची, रामायण चौका बारा और कई ऐसे खेल.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी के फाउंडर स्वप्ना सोहम वाघ ने एमबीए किया है, विद मार्केटिंग स्पेशलाइजेशन मुंबई से और रिटेल स्पेशलाइजेशन किया है, आईआईएम कोलकाता से.

किस शार्क ने किया निवेश ?

boat के को फाउंडर एंड सीएमओ अमन गुप्ता अनुपम मित्तल विनीता सिंह नमिता थापर इस कंपनी में पैसा निवेश नहीं करते हैं. वही, अमित जैन ने एक ऑफर दिया, 20 लाख 20% इक्विटी के लिए वैल्यूएशन एक करोड़ पर और 30 लाख कर्ज के तौर पर. जबकि कंपनी के फाउंडर ने 50 लाख 3% इक्विटी के लिए वैल्यूएशन 16.67 करोड़ पर जजेस को पिच किया था. इसके बाद उन्हें अमित जैन का ऑफर अच्छा नहीं लगता है और एक काउंटर ऑफर देती है, 20 लाख 5% इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन चार करोड़ पर और 30 लाख कर्ज के तौर पर. परंतु अमित जैन को काउंटर ऑफर पसंद नहीं आता है और अपने बात पर अड़े रहते हैं, इसके बाद कंपनी के फाउंडर भी अपने बात पर कायम रहती है और कोई डील नही हो पाता है.

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