कंपनी के फाउंडर ने कहा, “एक औरत महीने के 5 दिन लगभग उसके जिंदगी के 506 साल पीरियड या माहवारी से गुजरती है और उसके पूरे लाइफटाइम में 7500 से ज्यादा सेनेटरी नैपकिन कंज्यूम करती है.” हमारे रग पिकर्स इन कछुओं को हादसे उठाते हैं गांव में इन कचड़ो को शर्मिंदा के मारे जलाया जाता है, नहीं तो दफनाया जाता है.
उन्होंने आगे कहा, “यह एक बहुत बड़ा environmental डिजास्टर है. भारत में 1200 करोड़ हर साल सेनेटरी नैपकिन जनरेट होते हैं और दुर्भाग्य से 98 परसेंट सेनेटरी नैपकिन लैंडफिलस(landfills) और वाटर बॉडीज(water bodies) में चले जाते हैं. एक सेनेटरी नैपकिन को डिस्पोज होने में 500 से 800 साल लगते हैं.
Padcare क्या है ?
पैडकेयर महिलाओ के सेनेटरी नेपकिन को रीसाइकल करके wood pulp और प्लास्टिक बनाता हैं और wood pulp को मार्केट में बेचा जाता है, पेपर एंड पैकेज इंडस्ट्रीज में. Padcare भारत में 10 शहरों में डेढ़ सौ से ज्यादा ऑर्गेनाइजेशन और एक लाख महिलाएं इसका उपभोग ले रही है. हर महीने 15 मेट्रिक टन कार्बन का कंज्यूम हो रहे हैं. कंपनी के फाउंडर अजिंक्या धरिया(Ajinkya dhariya) है, जो शार्क टैंक पर 50 लाख दो पर्सेंट इक्विटी के लिए जजेस को इस बिजनेस के लिए पिच करते हैं.
पैडकेयर (Padcare) इकोसिस्टम में 3 प्रोडक्ट है, Padcare x, padcare bin, Padcare vend. नीचे तीनों प्रोडक्ट की जानकारी दी गई है–
Padcare bin: यह महिलाओं का हेल्थ और हाइजीन को देखते हुए प्राइवेसी रिजॉल्व करता है. Hazardous वेस्ट को 30 दिनों तक स्टोर किया जा सकता है.
Padcare x: यह दुनिया की पहली 5D टेक्नोलॉजी आधारित पेटेंटेड सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल और रीसाइक्लिंग सिस्टम है. इससे हाई क्वालिटी का वुड पल्प और प्लास्टिक बनता है और वुड पल्प को मार्केट में बेचा जाता है, पेपर और पैकेजिंग इंडस्ट्री में. प्लास्टिक को ग्रेन्यूल्स में कन्वर्ट कर सकते हैं. उसको फिर से पैडकेयर बीन भी बनाया जा सकता है.
Padcare Vend: पैडकयर वेंड एक डिसेंट्रलाइजेशन सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन है. इसका इस्तेमाल बड़े-बड़े एजुकेशनल इंस्टीट्यूट और एयरपोर्ट और इसका इस्तेमाल हाउसिंग सोसायटी में भी कर सकते हैं.
Padcare की शुरुवात कैसे हुई ?
अजिंक्या बताते हैं, “मेरी उम्र 26 साल है और मेरा सोशल और बिजनेस बैकग्राउंड रहा है. जब मैं बचपन में 5 साल का था तभी मुझे क्लियर था कि मुझे आगे चलकर बिजनेस करना है और एक सोशल इंपैक्ट भी करना है. मैं महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से हूं. मैंने कॉलेज खत्म होने के बाद, इसरो में 11 महीने काम किया (एक ग्रैंड मास्टर कंपनी में) एक एचआर इंजीनियर के रूप में.
उसके बाद जुलाई 2018 में पुणे के नजदीक एक लैंडफिल को नोटिस किया. एक इंसिडेंट देखा, जो हमारे रैगपिकर्स थे, हाथों से नैपकिन को उठा रहे थे. जब मैंने यह सीन देखा, तब मैंने मम्मी को कॉल किया और पूछा कि आप कैसे सेनेटरी नैपकिन डिस्पोज करते हो? वह बोली – हम रेप(wrap) करते हैं और डस्टबिन में डाल देते हैं तभी मुझे पता चला कि महिलाओं को हेल्थ हाइजीन मेंटेन करके हम उनको प्राइवेसी मेंटेन करते हुए एक डिस्पोजल सॉल्यूशन चाहिए.
इस शार्क ने किया padcare में निवेश

अमन गुप्ता इस डील से बाहर हो जाते हैं. इसके बाद लेंसकार्ट के को फाउंडर पियूष बंसल एक ऑफर देते हैं एक करोड़ 4% इक्विटी के लिए, वैल्यूएशन 25 करोड़ पर. उसके बाद अनुभव मित्तल भी सिम ऑफर देते हैं. फिर विनीता और नमिता 25 लाख एक परसेंट इक्विटी के लिए (वैल्यूएशन– 25 करोड़) एक ऑफर देती है साथ में 25 लाख कर्जा देती है 0% ब्याज पर. अनुपम मित्तल रिवाइस्ड ऑफर, 50 लाख 2% इक्विटी के साथ कंपनी का वैल्यूएशन 25 करोड़ पर. फिर अनुपम विनीता नमिता तीनों साथ में आ जाते हैं और एक ऑफर दे डालते हैं, 75 लाख 3% इक्विटी के लिए यानी कंपनी का वैल्यूएशन 25 करोड़ पर. अजिंक्य एक काउंटर ऑफर देते हैं, एक करोड़ 4% इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन 25 करोड़ पर. अंत में चारों शार्क्स ( अनुपम मित्तल, विनीता, पियूष, नमिता) काउंटर ऑफर को एक्सेप्ट करते हैं.
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