कंपनी के फाउंडर ने कहा, “भारत में 10 करोड ऐसे किसान है जो 5 एकड़ जमीन में खेती करके अपना गुजारा करते हैं और इनके पास ज्यादा जमीन ना होने के कारण या किसान ट्रैक्टर खरीद नहीं पाते इसलिए वह ट्रेक्टर भाड़े पर ले आते हैं और उनकी कमाई के साथ परसेंट से भी ज्यादा हिस्सा खर्च हो जाता है और शख्स आज एग्रीकल्चर सेक्टर में भी बहुत से इनोवेशन हो रहे हैं. लेकिन यह इनोवेशन सिर्फ large-scale फार्मर के लिए है और इसे स्मॉल स्केल फार्मर (small scale farmer) अफोर्ड नही कर सकते. इसलिए साथ हम लेकर आए हैं इंडिया का सबसे छोटा और सबसे सस्ता इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर.”
Geeani कंपनी की शुरुवात कैसे हुई ?
गिनी कंपनी एक ट्रैक्टर कंपनी है, जिसके फाउंडर दिव्यराज, प्राजल और अनीता पाणिकर है. ब्राजील और अनीता टीचर और पांचवी कक्षा से 12वीं कक्षा तक को पढ़ाते हैं वह डिप्लोमा और इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को फिजिक्स और मैथ भी पढ़ाते हैं और Jee/Neet की प्रिपरेशन भी कराते हैं. ब्राजील के माता-पिता नहीं है उनके पिता ने उनकी माता को तलाक दे दिया था, जब वह 2.5 साल के थे. इसके बाद जब वह 18 साल के थे तब उनकी मां मर गई, यह बात वर्ष 2013 की है. दिव्यराज प्राजल का बचपन का दोस्त है. दिव्यराज एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर है उन्होंने 2 साल तक दो कंपनियों में काम किया GVK EMR और BRTS (Bus Rapid Transit System) में. अनीता केरल की रहने वाली है परंतु शादी के बाद अहमदाबाद रहने लगी और उनके पति सऊदी अरब में है और उनके दो बच्चे हैं. अनीता ने प्राजल को अपने घर में जगह दी और अपने बच्चे जैसी मानती है.
इस शार्क ने पैसा निवेश किया Geeani कंपनी में

नमिता थापर ने कहा, “75 लाख से बनेगा नहीं, आपको बहुत सारा कैपिटल लगेगा. टू सेटअप मैन्युफैक्चरिंग और जब आप मास प्रोड्यूस करेंगे तभी आपको कुछ लाभ मिलेगा. कैपिटल ज्यादा लगेगा इसलिए मैं बाहर हूं, इस डील से.”
अमन गुप्ता ने कहा, “आप लोगों ने जो किया है वह बहुत सॉलिड किया है आगे भी कुछ कर सकते हो मुझे इस इस इंडस्ट्री का कुछ नही पता. लेकिन आपको जहां हेल्प चाहिए मैं हेल्प कर दूंगा, डॉट connected कर दूंगा. आपने जितना मांगा है उतना ही दूंगा, 75लाख 7.5% इक्विटी के लिए कंपनी के वैल्यूएशन 10 करोड़ पर.”
फिर अनुपम मित्तल ने एक ऑफर दिया, एक करोड 10 परसेंट इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन 10 करोड़ पर. अमित जैन ने एक ऑफर दे डाला, एक करोड 10 परसेंट इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन 10 करोड़ पर. इसके बाद अमित जैन ने इंडिविजुअल ऑफर दिया, 1.5 करोड़ 20% इक्विटी के लिए ( वैल्यूएशन 7.5 करोड़ पर).
अंत में तीन sharks(विनीता सिंह, अनुपम और अमन गुप्ता) एक ऑफर करते हैं, एक करोड 10 परसेंट इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन 10 करोड़ पर. इसके बाद डील पक्की हो जाती है.
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