कंपनी के फाउंडर ने कहा, “हर मां की तरह मेरा भी एक कंसर्न(concern) है कि मेरा भी परिवार स्वस्थ रहें मेरे बच्चे हेल्दी खाना खाए. इसलिए मेरे घर में शुरू से ही चक्की का आटा आता था लेकिन एक दिन ऐसा आया क्योंकि मैं नौकरी करती थी, बिजी थी. मेरे घर में चक्की का आटा नहीं आ पाया और कुछ बारिश हो गई थी. उस दिन हमने मजबूरी में पैकेट का आटा लाया. उसकी रोटियां बनाई भाई दोस्त सही मगर वह मजा नहीं आया और ना ही क्वालिटी, उस आटे में दिखाई दी. तब मैंने सोचा कि मेरी तरह और भी बहने होंगी, जिन्हें यह प्रॉब्लम होती होगी. तब मैंने यह डिसाइड किया कि एक अपनी आटे की चक्की शुरू करूं और मैंने अपनी टाउन में आटे की चक्की शुरू की.
उन्होंने आगे कहा, “शार्क्स, हमने अपने कस्टमर से उनकी डिमांड पूछा. उनको किस कंसिस्टेंसी का आटा और किस टाइप का आटा पसंद है. जैसा उनको चाहिए था, वैसा आटा बनाकर दिया.
Sharma ji ka aata के फाउंडर
शर्मा जी का आटा एक आटे की कंपनी है, जो पुणे में है. इसके फाउंडर का नाम संगीता शर्मा और प्रणव शर्मा है. वर्ष 2019 में कंपनी शुरू हुई थी. देखते ही देखते 4000 से भी लोग इस कंपनी के आटे का स्वाद ले चुके हैं. शर्मा जी का आटा कंपनी 40 प्रकार के आटा बनाती है.
इस शार्क्स ने पैसा निवेश किया

विनीता सिंह ने एक ऑफर दिया 30 लाख 20% इक्विटी के लिए (कंपनी का वैल्यूएशन 1.5 करोड़ पर) और साथ में 10 लाख कर्ज के तौर पर 12% ब्याज के साथ. अमन गुप्ता और नमिता थापर बाहर हो जाते हैं. इसके बाद अमित जैन एक ऑफर देते हैं 20 लाख 25% इक्विटी के लिए (वैल्युएशन 80 लाख पर)20 लाख कर्ज के तौर पर 12% ब्याज के साथ. फिर विनीता सिंह और अमित जैन साथ में एक ऑफर देते हैं, 20 लाख 20 परसेंट इक्विटी के लिए (वैल्युएशन 1 करोड़ पर) और 20 लाख कर्ज के तौर पर 12 परसेंट ब्याज के साथ. विनीता सिंह और अमित जैन एक रिवाइज्ड ऑफर देते हैं, 30 लाख 20 परसेंट इक्विटी के लिए (वैल्युएशन 1 करोड़ पर) और 10 लाख कर्ज के तौर पर 0% ब्याज के साथ. फिर अनुपम मित्तल निवेश की सोचे और एक ऑफर देते हैं, 40 लाख 20 परसेंट इक्विटी के लिए कंपनी का वैल्यूएशन दो करोड़ पर. अंत में अनुपम मित्तल इस डील को क्लोज करते हैं.
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